Breakup Shayari (बेवफ़ा शायरी) Sad Quotes Hindi
Breakup Shayari
New collection in Hindi for girlfriend/boyfriend (Breakup Shayari Hindi) . नई बेवफ़ा शायरीयों का सबसे बड़ा संग्रह हिंदी में! Sad Quotes Hindi
रोती हुई आँखो मे इंतेज़ार होता है,
ना चाहते हुए भी प्यार होता है,
क्यू देखते है हम वो सपने,
जिनके टूटने पर भी उनके सच होने
का इंतेज़ार होता है?
गुलसन है अगर सफ़र जिंदगी का, तो इसकी मंजिल समशान क्यों है ?
जब जुदाई है प्यार का मतलब, तो फिर प्यार वाला हैरान क्यों है ?
अगर जीना ही है मरने के लिए, तो जिंदगी ये वरदान क्यों है ?
जो कभी न मिले उससे ही लग जाता है दिल,
आखिर ये दिल इतना नादान क्यों है ?
समझे बिना किसी को पसंद ना करो,
और समझे बिना किसी को खो भी मत देना।
क्योंकि फिक्र दिल में होती हैं शब्दों में नहीं,
और गुस्सा शब्दों में होता हैं दिल में नहीं॥
हमें न मोहब्बत मिली न प्यार मिला;
हम को जो भी मिला बेवफा यार मिला!
अपनी तो बन गई तमाशा ज़िन्दगी;
हर कोई अपने मकसद का तलबगार मिला!
अगर दुनिया में जीने की चाहत ना होती;
तो खुदा ने मोहब्बत बनाई ना होती;
लोग मरने की आरज़ू ना करते;
अगर मोहब्बत में बेवाफ़ाई ना होती!
जानकार भी तुम मुझे जान ना पाए;
आजतक तुम मुझे पहचान ना पाए;
खुद ही की है बेवाफाई तुमने;
ताकि तुम पर इल्ज़ाम ना आए!
वो छोड़ के गए हमें;
न जाने उनकी क्या मजबूरी थी;
खुदा ने कहा इसमें उनका कोई कसूर नहीं;
ये कहानी तो मैंने लिखी ही अधूरी थी
अपनी तो मोहब्बत की यही कहानी है,
टूटी हुई कश्ती ठहरा हुआ पानी है,
एक फूल किताबोँ मेँ दम तोड़ चुका है,
मगर याद नहीँ आता ये किसकी निशानी है.
जाने क्या मुझसे ज़माना चाहता है!
मेरा दिल तोड़कर मुझे ही हसाना चाहता है!
जाने क्या बात झलकती है मेरे इस चेहरे से!
हर शख्स मुझे आज़माना चाहता है!
अपनी यादें अपनी बातें लेकर जाना भूल गये;
जाने वाले जल्दी में मिलकर जाना भूल गये;
मुड़-मुड़ कर देखा था जाते वक़्त रास्ते में उन्होंने;
जैसे कुछ जरुरी था, जो वो हमें बताना भूल गये;
वक़्त-ए-रुखसत भी रो रहा था हमारी बेबसी पर;
उनके आंसू तो वहीं रह गये, वो बाहर ही आना भूल गये ।
मत सताओ हमें हम सताए हुए हैं,
अकेला रहने का गम उठाये हुए हैं,
खिलौना समझ कर न खेलो हम से,
हम भी उसी खुदा के बनाये हुए हैं।
जिंदगी सुन्दर हैं पर जीना नही आता,
हर चीज मे नशा हैं, पर पीना नही आता।
सब मेरे बगैर जी सकते हैं,
बस मुझे ही किसी के बीन। ।
मुझे उससे कोई शिकायत ही नहीं,
शायद हमारी किसमत में चाहत ही नहीं,
मेरी तकदीर को लिखकर खुदा भी मुकर गया,
पूछा तो बोला ये मेरी लिखावट ही नही..
प्यार करो तो हमेशा मुस्कुरा के,
किसी को धोखा ना दो अपना बना के,
कर लो याद जब तक हम ज़िंदा है,
फिर ना कहना की चले गये दिल मे यादें बसा के…
एक कब्र पर लिखा था…
किस को क्या इलज़ाम दूं दोस्तो…,
जिन्दगी में सताने वाले भी अपने थे,
और दफनाने वाले भी अपने थे..
कांटो सी दिल में चुभती है तन्हाई,
अंगारों सी सुलगती है तन्हाई,
कोई आ कर हमको जरा हँसा दे,
मैं रोता हूँ तो रोने लगती है तन्हाई।
अगर रुक जाये मेरी धड़कन तो इसे “मौत” मत समझना !
अक्सर होता है मेरे साथ,हमेसा तेरी याद आने के बाद !!
हर मुलाकात पर वक्त का तकाज़ा हुआ !
हर याद पे दिल का दर्द ताजा हुआ !
सुनी थी सिर्फ हमने गज़लों मे जुदाई की बातें !
अब खुद पे बीती तो हकीकत का अंदाजा हुआ !!
एक दौर था दिल लगता नही था तुम्हारे बिना !
रस्म नही अपनी यादो को मिटाने के लिये आ !
जख्मो को किताबो के पन्ने मे सजा के रखा है !
वही जख्मो की किताब को जलाने के लिये आ !!
सह लिया हर दर्द हमने हंसते हंसते !
उजाड़ गया घर मेरा यारो बसते बसते !
अब वफ़ा करे तो किस से करे !
वफ़ा करने गए तो बेवफा ही मिले रस्ते रस्ते !!
जो नजर से गुजर जाया करते हैं !
वो सितारे अक्सर टूट जाया करते हैं !
कुछ लोग दर्द को बयां नहीं होने देते !
बस चुपचाप बिखर जाया करते हैं !
ना मुस्कुराने को जी चाहता है !
ना आंसू बहाने को जी चाहता है !
लिखूं तो क्या लिखूं तेरी याद में !
बस तेरे पास लौट आने को जी चाहता है !!
दुनिया में किसी से कभी प्यार मत करना !
अपने अनमोल आँसू इस तरह बेकार मत करना !
कांटे तो फिर भी दामन थाम लेते हैं !
फूलों पर कभी इस तरह तुम ऐतबार मत करना !!
ना हम रहे दिल लगाने के क़ाबिल !
ना दिल रहा गम उठाने के क़ाबिल !
लगा उसकी यादों से जो ज़ख़्म दिल पर !
ना छोड़ा उस ने मुस्कुराने के क़ाबिल !!
किसी के दिल का दर्द किसने देखा है !
देखा है तो सिर्फ चेहरा देखा है !
दर्द तो तन्हाई मे होता है !
लेकिन तन्हाइयो मे लोगों ने हमे हँसते हुए देखा है !!
एक दिन जब हुआ इश्क का एहसास उन्हें !
वो हमारे पास आकर सारा दिन रोते रहे !
और हम भी इतने खुदगरज निकले यारों !
कि आँखें बद करके कफन मे सोते रहे !!
आज कह तो दिया दिल पर पत्थर रख कर नहीं करता मैं प्यार !
कैसे समझाऊँ उस नादान को इस दिल मेेे तेरे सिवा कोई नहीं !!
टूटे हुए प्याले में जाम नहीं आता !
इश्क़ में मरीज को आराम नहीं आता !
ये बेवफा दिल तोड़ने से पहले ये सोच तो लिया होता !
के टुटा हुआ दिल किसी के काम नहीं आता !!
किसी लिबास की ख़ुशबू जब उड़ के आती है
तेरे बदन की जुदाई बहुत सताती है
तेरे बगैर मुझे चैन कैसे पड़ता है
मेरे बगैर तुझे नींद कैसे आ !!
आपकी जुदाई भी हमें प्यार करती हैं
आपकी याद बहुत बेकरार करती हैं
जाते जाते कहीं भी मुलाकात हो जाये आप से
तलाश आपको ये नज़र बार बार करती हैं !!
हमें मालूम है दो दिल जुदाई सह नहीं सकते
मगर रस्मे-वफ़ा ये है कि ये भी कह नहीं सकते
जरा कुछ देर तुम उन साहिलों कि चीख सुन भर लो
जो लहरों में तो डूबे हैं, मगर संग बह नहीं सकते !!
तेरी जुदाई भी हमें प्यार करती है,
तेरी याद बहुत बेकरार करती है,
वह दिन जो तेरे साथ गुज़ारे थे,
नज़रें तलाश उनको बार-बार करती हैं !!
याद में तेरी आँहें भरता है कोई,
हर सांस के साथ तुझे याद करता है कोई,
मौत तो सचाई है आनी ही है,
लेकिन तेरी जुदाई में हर रोज़ मरता है कोई।
आओ किसी शब मुझे टूट के बिखरता देखो,
मेरी रगों में ज़हर जुदाई का उतरता देखो,
किस किस अदा से तुझे माँगा है खुदा से,
आओ कभी मुझे सजदों में सिसकता देखो।
रब किसी को किसी पर फ़िदा न करे,
करे तो क़यामत तक जुदा न करे,
ये माना की कोई मरता नहीं जुदाई में,
लेकिन जी भी तो नहीं पाता तन्हाई में।
जो नजर से गुजर जाया करते हैं,
वो सितारे अक्सर टूट जाया करते हैं,
कुछ लोग दर्द को जाहिर नहीं होने देते,
बस चुपचाप बिखर जाया करते हैं।
कभी कोई अपना अनजान हो जाता है,
कभी किसी अनजान से प्यार हो जाता है,
ये जरुरी नही की जो ख़ुशी दे उसी से प्यार हो,
दिल तोड़ने वालो से भी प्यार हो जाता है |
बनाने वाले ने दिल काँच का बनाया होता .
तोड़ने वाले के हाथ मे जखम तो आया होता .
जब बी देखता वो अपने हाथों को ,
उसे हमारा ख़याल तो आया होता!
फूलो से सजे गुलशन की ख्वाइश थी हमें,
मगर जीवनरूपी बाग़ में खिल गए कांटे.
अपना कहने को कोई नहीं है यहाँ,
दिल के दर्द को हम किसके साथ बांटे !!
दर्द दे कर इश्क़ ने हमे रुला दिया
जिस पर मरते थे उसने ही हमे भुला दिया
हम तो उनकी यादों में ही जी लेते थे
मगर उन्होने तो यादों में ही ज़हेर मिला दिया…
क्या हूँ मैं और क्या समझते है,
सब राज़ नहीं होते बताने वाले,
कभी तनहाइयों में आकर देखना,
कैसे रोते है सबको हसाने वाले |
कोई दिखा कर रोये, (Breakup Shayari)
कोई छुपा कर रोये,
हमें रुलाने वाले हमें रुला कर रोये,
मरने का मज़ा तो तभी है यारो…
जब कातिल भी जनाज़े पर आकर रोये |
तेरे चेहरे को कभी भुला नहीं सकता,
तेरी यादों को भी दबा नहीं सकता,
आखिर में मेरी जान चली जायेगी,
मगर दिल में किसी और को बसा नहीं सकता |
अगर वो मांगते हम जान भी दे देते,
मगर उनके इरादे तो कुछ और ही थे,
मांगी तो प्यार की हर निशानी वापिस मांगी,
मगर देते वक़्त तो उनके वादे कुछ और ही थे |
आँखों से आंसू न निकले तो दर्द बड जाता है,
उसके साथ बिताया हुआ हर पल याद आता है,
शायद वो हमें अभी तक भूल गए होंगे,
मगर अभी भी उसका चेहरा सपनो में नज़र आता है |
चाँद का क्या कसूर अगर रात बेवफा निकली,
कुछ पल ठहरी और फिर चल निकली,
उन से क्या कहे वो तो सच्चे थे,
शायद हमारी तकदीर ही हमसे खफा निकली |
रब ना करे इश्क़ की कमी किसी को सताए ,
प्यार करो उसी से जो तुम्हे दिल की बात बताये,
प्यार करने से पहले ये कसम जरूर लेना,
की हे खुदा, आखरी साँस तक हम इस प्यार को निभाए !!
सौ बार कहा दिल से..
चल भुल भी जा उसको ।
हर बार कहा दिल ने..
तुम दिल से नही कहते !!
कोई अच्छा लगे तो उनसे प्यार मत करना
उनके लिए अपनी नींदे बेकार मत करना
दो दिन तो आएँगे खुशी से मिलने
तीसरे दिन कहेंगे इंतज़ार मत करना !!
इश्क के रिश्ते कितने अजीब होते है? दूर रहकर भी कितने करीब होते है
मेरी बर्बादी का गम न करो
ये तो अपने अपने नसीब होते हैं!!
याद आती है तो ज़रा खो जाते है,
आंसू आँखों में उतर आये तो ज़रा रो लेते है,
नींद तो नहीं आती आँखों में लेकिन,
वो ख्वाबों में आएंगे यही सोच कर सो लेते है !!
तेरी चौखट से सिर उठाऊं तो बेवफा कहना;
तेरे सिवा किसी और को चाहूँ तो बेवफा कहना;
मेरी वफाओं पे शक है तो खंजर उठा लेना;
शौंक से मर ना जाऊं तो बेवफा कहना।
किसी बेवफा ने मेरे दिल को तोड़ दिया,
इसलिए हमने रास्ता मोड़ लिया,
दिल की बात मत करना दोस्त,
हमने तो प्यार करना ही छोड दिया !!
कोई मिलता ही नहीं हमसे हमारा बनकर,
वो मिले भी तो एक किनारा बनकर,
हर ख्वाब टूट के बिखरा काँच की तरह,
बस एक इंतज़ार है साथ सहारा बनकर।
वफ़ा में अब यह हुनर इख़्तियार करना है,
वो सच कहें या ना कहें बस ऐतबार करना है,
यह तुझको जागते रहने का शौक कबसे हो गया,
मुझे तो खैर बस तेरा इंतज़ार करना है ।
टूट गया दिल पर अरमां वही है,
दूर रहते हैं फिर भी प्यार वही है,
जानते हैं कि मिल नहीं पायेंगे,
फिर भी इन आँखों में इंतज़ार वही है।
कब तक रहोगे आखिर यूं दूर हमसे,
मिलना पड़ेगा आखिर एक दिन जरूर हमसे,
दामन बचाने वाले ये बेरुखी है कैसी? ,
कह दो अगर हुआ है कोई कसूर हमसे !!
बहते अश्कों की ज़ुबान नहीं होती
लफ़्ज़ों में मोहब्बत बयां नही होती
मिले जो प्यार तो कदर करना
किस्मत हर कीसी पर मेहरबां नहीं होती।
तक़दीर के आईने में मेरी तस्वीर खो गई
आज हमेशा के लिए मेरी रूह सो गई
मोहब्बत करके क्या पाया मैंने
वो कल मेरी थी आज किसी और की हो गई!!
किसी के दिल में बसना कुछ बुरा तो नही
किसी को दिल में बसाना कोई खता तो नही
गुनाह हो यह ज़माने की नजर में तो क्या
यह ज़माने वाले कोई खुदा तो नही !!
ये दिल न जाने क्या कर बैठा
मुझसे बिना पूछे ही फैसला कर बैठा
इस ज़मीन पर टूटा सितारा भी नहीं गिरता
और ये पागल चाँद से मोहब्बत कर बैठा।
कुछ सोचूं तो तेरा ख्याल आ जाता है
कुछ बोलूं तो तेरा नाम आ जाता है
कब तलक बयाँ करूँ दिल की बात
हर सांस में अब तेरा एहसास आ जाता है।
कुछ चेहरे भुलाए नहीं जाते
कुछ नाम दिल से मिटाए नहीं जाते
मुलाक़ात हो न हो
अय मेरे यार, (Breakup Shayari)
प्यार के चिराग कभी बुझाए नहीं जाते।
हर खामोशी का मतलब इंकार नहीं होता
हर नाकामयाबी का मतलब हार नहीं होता
तो क्या हुआ अगर हम तुम्हें न पा सके
सिर्फ पाने का मतलब प्यार नहीं होता !!
हर सितम सह कर कितने ग़म छिपाये हमने,
तेरी खातिर हर दिन आँसू बहाये हमने,
तू छोड़ गया जहाँ हमें राहों में अकेला,
बस तेरे दिए ज़ख्म हर एक से छिपाए हमने !!
तूने नफ़रत से जो देखा है तो याद आया,
कितने रिश्ते तेरी ख़ातिर यूँ ही तोड़ आया हूँ,
कितने धुंधले हैं ये चेहरे जिन्हें अपनाया है,
कितनी उजली थी वो आँखें जिन्हें छोड़ आया हूँ!!
इस दिल को किसी की आहट की आस रहती है,
निगाह को किसी सूरत की प्यास रहती है,
तेरे बिना जिन्दगी में कोई कमी तो नही,
फिर भी तेरे बिना जिन्दगी उदास रहती है !!
अक्सर ठहर कर देखता हूँ
अपने पैरों के निशान को,
वो भी अधूरे लगते हैं…
तेरे साथ के बिना।
तेरी याद में ज़रा आँखें भिगो लूँ;
उदास रात की तन्हाई में सो लूँ;
अकेले ग़म का बोझ अब संभलता नहीं;
अगर तू मिल जाये तो तुझसे लिपट कर रो लूँ।
आपसे दूर रेहके भी आपको याद किया हमने,
रिश्तों का हर फ़र्ज़ अदा किया हमने,
मत सोचना की आपको भुला दिया हमने,
आज फिर सोने से पहले आपको याद किया हमने !!
आज अचानक तेरी याद ने मुझे रुला दिया,
क्या करूँ तुमने जो मुझे भुला दिया,
न करती वफ़ा न मिलती ये सज़ा,
शायद मेरी वफ़ा ने ही तुझे बेवफा बना दिया।
तलाश मेरी थी और भटक रहा था वो,
दिल मेरा था और धड़क रहा था वो,
प्यार का तालुक भी अजीब होता है,
आंसू मेरे थे सिसक रहा था वो..
वो तो दिवानी थी मुझे तन्हां छोड़ गई
खुद न रुकी तो अपना साया छोड़ गई
दुख न सही गम इस बात का है
आंखो से करके वादा होंठो से तोड़ गई।
इंसान के कंधों पर ईंसान जा रहा था
कफ़न में लिपटा अरमान जा रहा था
जिन्हें मिली बे-वफ़ाई महोब्बत में
वफ़ा की तलाश में श्मशान जा रहा था।
आग दिल में लगी जब वो खफ़ा हुए
महसूस हुआ तब
जब वो जुदा हुए
करके वफ़ा कुछ दे ना सके वो
पर बहुत कुछ दे गए जब वो बेवफ़ा हुए!
प्यार करने का हुनर हमें आता नहीं
इसीलिए हम प्यार की बाज़ी हार गए
हमारी ज़िन्दगी से उन्हें बहुत प्यार था
शायद इसीलिए वो हमें ज़िंदा ही मार गए!
हमनें अपनी साँसों पर उनका नाम लिख लिया
नहीं जानते थे कि हमनें कुछ गलत किया
वो प्यार का वादा करके हमसे मुकर गए
ख़ैर उनकी बेवाफाई से हमनें कुछ तो सबक लिया!
मत ज़िकर कीजिये मेरी अदा के बारे में
मैं बहुत कुछ जानता हूँ वफ़ा के बारे में
सुना है वो भी मोहब्बत का शोक़ रखते हैं
जो जानते ही नहीं वफ़ा के बारे में।
आज हम उनको बेवफा बताकर आए है,
उनके खतो को पानी में बहाकर आए है,
कोई निकाल न ले उन्हें पानी से…
इसलिए पानी में भी आग लगा कर आए है !!
याद आती है तो ज़रा खो जाते है,
आंसू आँखों में उतर आये तो ज़रा रो लेते है,
नींद तो नहीं आती आँखों में लेकिन,
वो ख्वाबों में आएंगे यही सोच कर सो लेते है !!
कभी करीब तो कभी जुदा है तू;
जाने किस-किस से खफा है तू;
मुझे तो तुझ पर खुद से ज्यादा यकीं था;
पर ज़माना सच ही कहता था कि बेवफ़ा है तू।
मैंने प्यार किया बड़े होश के साथ!
मैंने प्यार किया बड़े जोश के साथ!
पर हम अब प्यार करेंगे बड़ी सोच के साथ!
क्योंकि कल उसे देखा मैंने किसी और के साथ!
कहाँ से लाऊ हुनर उसे मनाने का;
कोई जवाब नहीं था उसके रूठ जाने का;
मोहब्बत में सजा मुझे ही मिलनी थी;
क्यूंकी जुर्म मैंने किया था उससे दिल लगाने का।
जिंदगी देने वाले, मरता छोड़ गये;
अपनापन जताने वाले तन्हा छोड़ गये;
जब पड़ी जरूरत हमें अपने हमसफर की;
वो जो साथ चलने वाले रास्ता मोड़ गये।
उसके चेहरे पर इस कदर नूर था;
कि उसकी याद में रोना भी मंज़ूर था;
बेवफ़ा भी नहीं कह सकते उसको फराज़;
प्यार तो हमने किया है वो तो बेक़सूर था।
ना पूछ मेरे सब्र की इंतहा कहाँ तक है;
तू सितम कर ले, तेरी हसरत जहाँ तक है;
वफ़ा की उम्मीद, जिन्हें होगी उन्हें होगी;
हमें तो देखना है, तू बेवफ़ा कहाँ तक है।
इस मोहब्बत की किताब के,
बस दो ही सबक याद हुए,
कुछ तुम जैसे आबाद हुए,
कुछ हम जैसे बरबाद हुए।
हकीकत जान लो जुदा होने से पहले,
मेरी सुन लो अपनी सुनाने से पहले,
ये सोच लेना भुलाने से पहले,
बहुत रोई हैं आँखें मुस्कुराने से पहले !!
एक पल का एहसास बनकर आ जाते हो तुम,
दूसरे ही पल खाव्ब बनकर उढ़ जाते हो तुम,
तुम जानते हो के लगता है डर तनहाइयों से,
फिर भी बार बार तन्हा छोड़ जाते हो तुम।
खुदा ने जब इश्क़ बनाया होगा..
तो खुद आज़माया होगा..
हमारी तो औकात ही क्या है..
इस इश्क़ ने खुदा को भी रुलाया होगा !!
उनका आशियाँ दिल में बसाया है,
उनकी यादो को सीने से लगाया है,
पता नहीं याद आती है वो ही क्यों,
दोस्त तो हमने औरों को भी बनाया है !!
ना पीने का शौक था, ना पिलाने का शौक था,
हमे तो सिर्फ नझर मिलाने का शौक था,
पर क्या करे यारो, हम नझर ही उनसे मिला बैठे,
जिन्हे; सिर्फ; नझरो से पिलाने का शौक था !!
तेरे प्यार का सिला हर हाल में देंगे,
खुदा भी मांगे ये दिल तो टाल देंगे,
अगर दिल ने कहा तुम बेवफ़ा हो,
तो इस दिल को भी सीने से निकाल देंगे !!
बोतल पे बोतल पीने से क्या फायदा, मेरे दोस्त;
रात गुजरेगी तो उतर जाएगी!
पीना है तो सिर्फ एक बार किसी की बेवफाई पियो;
प्यार की कसम, उम्र सारी नशें में गुजर जाएगी!
प्यार तो जिंदगी का एक अफसाना है,
इसका अपना ही एक तराना है,
सबको मालूम है कि मिलेंगे सिर्फ आंसू,
पर न जाने क्यों, दुनियां में हर कोई इसका दीवाना है ….!
मोहब्बत इतनी बुरी भी नहीं,
जितना मैंने सुना था..
दर्द मोहब्बत नहीं देती,
मोहब्बत करने वाले देते है…
हादसोँ के गवाह हम भी हैँ,
अपने दिल से तबाह हम भी हैँ,
जुर्म के बिना सजा ए मौत मिली,
ऐसे ही एक बेगुनाह हम भी हैँ..|
लफ़्ज़ों में कैसे तारीफ करूँ,
लफ़्ज़ों में आप कैसे समा पाओगे,
जब भी पूछेंगे कभी लोग आपके बारे में,
हमारी आँखों में देख कर वो सब जान जायेंगे।
तन्हाइयों में मुस्कुराना इश्क़ है
एक बात को सब से छुपाना इश्क़ है
यूँ तो नींद नहीं आती हमें रात भर
मगर सोते-सोते जागना और जागते-जागते सोना ही इश्क़ है।
गैर थे कौन, अपने थे कौन, हम ये
समझ न पाए..!
हमने देखा जिधर भी, चेहरे बदले
से नजर आए..!! (Breakup Shayari)
लोग मुझे पत्थर मारने आये तो
वो भी साथ थे….!
जिनके गुनाह कभी हम अपने
सर लिया करते थे….!!
क्यों आज उस का ज़िकर मुझे खुश ना कर सका,
क्यों आज उस का नाम मेरा दिल दुखा गया,
इस हादसे को सुन के करेगा कौन यक़ीन यहां,
की हवा का एक झोंका तुझको गिरा गया!!
सोचा था इस कदर उनको भूल जाएँगे,
देखकर भी अनदेखा कर जाएँगे,
पर जब जब सामने आया उनका चेहरा,
सोचा एस बार देखले, अगली बार भूल जाएँगे……
ना सोचा था जिनके लिए हम मर मिटे,
एक दिन वही हमसे दूर हो जाएँगे,
जीने की तमन्ना तो हम भी रखते थे,
अब तेरे बिना कैसे जी पाएगे…
दर्द सबके एक है,
मगर हौंसले सबके अलग अलग है,
कोई बिखर के मुस्कुराया,
तो कोई मुस्कुरा के बिखर गया !
एक बात बोलू,
अनपढ़ लोग ही इश्क करते हैं साहब,
अकल वाले तों दिल कम दिमाग जादा लगाते हैं!!
जब जब नींद आती हे तो ख्वाब आते है
जब जब ख्वाब आते हे तो ख्वाबो मे आप आते है
ओर जब आपके साथ आपके बाप नज़र आते है….
तो ना नींद आती हे ओर ना ख्वाब आते है.
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