Horror Stories in Hindi – बुरा साया – हिंदी कहानी
Horror Stories – बुरा साया
New Horror Stories in Hindi / भूतों की कहानी – डरावनी कहानी हिंदी में | Ghost Stories in Hindi.
अठारह वर्षीय ममता को तन्हाइयों में वीरानो में भटकने की आदत थी | वह पिछले दो वर्ष से अकेलेपन में रहने की आदी थी | जब भी कोई उसे देखता तो विरानो में ही भटकता देखता था | वो खोई-खोई सी रहा करती थी |
ममता के परिवार में उसके केवल दादा-दादी ही थे | उसके माता-पिता पांच वर्ष पूर्व में एक कार एक्सीडेंट में मारे गए थे | वह अपने माता-पिता की इकलौती संतान थी |
मां बाप के गुजर जाने के बाद ममता को दादा-दादी ने इतना प्यार दिया था कि उसे मां बाप की कमी कभी महसूस नहीं हुई थी |
प्रतिदिन ममता एक काम ऐसा करती थी कि पिछले दो सालों में उसके उस काम में कभी रुकावट नहीं आई थी | उसका वह काम था, दिन छिपे घर से निकलना और रात को दस-गयारह बजे वापस लौटना |
एक दिन रात के समय ममता के दादा घर से किसी जरूरी काम से निकले | वह अपनी गाड़ी में थे | उनकी गाड़ी एक बहुत सुनसान इलाके से गुजर रही थी | सड़क के दोनों तरफ बहुत आगे तक घने पेड़ लगे हुए थे |
ममता के दादा किशोरी लाल जी सड़क पर जा रहे थे | उस सड़क पर दूर-दूर तक अंधेरा था | अचानक उन्होंने अपनी गाड़ी की हेडलाइट के प्रकाश में ममता को सड़क के किनारे तनहा खड़े देखा तो उन्होंने गाड़ी उसके बराबर में रोककर कहा – “ ममता यहां क्या कर रही हो ?”
वह अपने दादा को देखते हुए बोली – “ कुछ नहीं दादाजी |”
“आओ गाड़ी में बैठो ”
वह तुरंत गाड़ी में आकर बैठ गयी | You Read This Horror Stories in Hindi on Lokhindi.com
किशोरी लाल वापस घर की तरफ चल दिये | साथ ही उन्होंने ममता से कहा – “ आइंदा यहां मत आना |”
“ अच्छा दादाजी ” ममता ने कहा |
तीन दिन बाद –
किशोरी लाल ने फिर ममता को एक सुनसान जगह पर खड़ा पाया | दूसरी बार भी वह अंधेरे में घिरी खड़ी थी |
इस बार किशोरीलाल ने ममता को डांटते हुए पूछा – “ क्या मिलता है इस तरह तुम्हें, कि तुम हर रोज दिन छिपे घर से निकल ऐसी तन्हा जगह पर आकर खड़ी हो जाती हो |”
“ मुझे अंधेरा पसंद है ” कहते समय ममता की आवाज इतनी भारी थी कि किशोरीलाल बुरी तरह डर गये |
अगले दिन वह एक तांत्रिक के पास ममता को लेकर पहुंचे | उन्होंने तांत्रिक से कहा – “ यह मेरी पोती है, इसका नाम ममता है | इसे देखकर बताओ किस पर कोई बुरा साया तो नहीं |”
तांत्रिक ने अपने स्थान पर बैठी रही ममता की आंखों में झांककर किशोरीलाल से कहा –
“ इस लड़की को कल रात चांद दिखने पर लाना |”
“ अच्छा ”
तांत्रिक ने किशोरी लाल को आहिस्ता से बताया –
“ यह लड़की बहुत बुरे साये की चपेट में है |”
फिर किशोरी लाल ममता को लेकर घर वापस आए तो वहां ममता की चाची आई हुई थी |
सब लोग प्रसन्नता के साथ एक-दूसरे से मिले |
डिनर के समय ममता की चाची ने किशोरीलाल से कहा –
“ बाबूजी ! मैं ममता के साथ सोंउगी |”
“ नहीं बहु, तुम अलग कमरे में सोओगी |” किशोरी लाल ने कहा |
“ सोने दीजिए ना ” ममता की दादी ने कहा |
फिर इससे आगे किशोरीलाल कुछ ना कह सके |
रात को सोने के लिए ममता और चाची कमरे में पहुंच गई | दोनों बेड पर आई और बीस मिनट के अंदर-अंदर सो गई |”
आधी रात बीत जाने पर जब चाची की आंख खुली तो उसने देखा कि ममता बेड से गायब है |
वह जल्दी से बेड से नीचे उतरी और रूम से बाहर निकली | ममता की तलाश करते-करते वह लॉन तक आ गई | तभी उसने देखा कि ममता वहां झूले में बैठी है |
चाची की ओर ममता की पीठ थी | You Read This Horror Stories in Hindi on Lokhindi.com
कदम बढ़ाते हुए चाची सोचने लगी कि ‘ इतनी रात गये ममता इस समय यहां झूले पर क्यों बैठी है | चाची ने उसकी तरफ बढ़ते हुए पुकारा –
“ ममता ! यहां क्या कर रही हो बेटे |”
ममता ने घूमकर चाची की ओर देखा तो उनके हलक से भयंकर चीख उबल पड़ी |
“ भूत ”
Horror Stories in Hindi
Horror Stories in Hindi : New Horror Story in Hindi – शैतानी चिराग – डरावनी कहानियां
ममता का चेहरा बहुत डरावना हो गया था | चाची वहां से उल्टे कदम दौड़ पड़ी |
वह शीघ्रता के साथ झूले से उठी | चाची के पीछे दौड़ ममता ने उन्हें वही गिराया और खत्म कर दिया |
चाची की चीख दादा-दादी ने सुन ली थी | वे दोनों हड़बड़ा कर उठे और कमरे से बाहर निकल आये |
तभी उन्होंने दूर से देखा कि ममता अपनी डरावनी शक्ल के साथ उनकी तरफ बढ़ रही है | वे दोनों भागे |
दौड़ते हुए दादी बोली – हे भगवान ! यह ममता को क्या हो गया |”
“ ममता, बुरे साये की चपेट में है |” दादा ने कहा |
फिर जल्दी से वे दोनों कमरे में आ गये | ममता अधीर कदमों के साथ उन दोनों की तरफ बढ़ रही थी |
उसका यह डरावना रूप देख दादा-दादी दोनों का ही बुरा हाल था | उन दोनों की हालत उस खसता पापड़ की तरह हो गई थी, जो हल्के झटके से ही टूट जाता है | बुरी तरह थर-थर काँप रहे है थे वे |
दरवाजा मजबूती से बंद करके वे एक साथ खड़े हो गए थे और बराबर ईश्वर को याद कर रहे थे |
अचानक दरवाजे पर जोर-जोर से दस्तक होने लगी | ऐसा लगा जैसे कोई घुसे मार रहा हो |
वे दोनों समझ गए कि दरवाजे पर ममता ही दस्तक दे रही है | उन्होंने दरवाजा नहीं खोला साथ ही पहले के मुकाबले में वे और अधिक भयभीत हो गये |
कुछ क्षणों पश्चात दस्तक शांत हुई और एक डरावनी आवाज उन दोनों के कानों में गूंजी –
“ मार डालूंगी, मैं सबको मार डालूंगी |”
डरावनी आवाज को सुन दादा-दादी का दम हलक में आ गया | अनायास ही दादा के होठों से निकला –
“ हे ईश्वर ! हमें इस मुसीबत से बचा |”
तभी उस डरावनी आवाज में ममता ने कहा –
“ कोई नहीं बचेगा | सब मारे जाएंगे |”
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इसी के साथ ममता ने दरवाजे में घुसा मारा और हाथ दरवाजे के आर-पार कर दिया |
उसका हाथ भी इतना डरावना था कि उसे देख दादा-दादी दोनों के कंठ से चीखें उबल पड़ी |
ममता ने हाथ अंदर डालकर दरवाजे का लॉक खोलना चाहा | वह बराबर कोशिश करने लगी |
अपने बचाव के लिए ममता के दादा ने समूचे कमरे में नजर दौड़ाते हुए कोई ऐसी वस्तु हाथ में लेनी चाही जिससे कि वह ममता से अपना बचाव करने में सफल हो सके | You Read This Horror Stories in Hindi on Lokhindi.com
तभी उनकी नजर दीवार पर टंगी एक तलवार पर पड़ गयी | उनके पुरखों से चली आ रही यह तलवार उनकी नस्ल-दर-नस्ल अपने साथ लेकर चल रही थी | विरासत में मिली इस तलवार को उन्होंने जैसे ही संभाला वैसे ही ममता दरवाजा खोलकर अंदर चली आई |
उसी समय उसके दादा ने उसकी गर्दन तलवार से काट डाली |
गर्दन कट जाने के बाद उसका सिर धड़ से अलग होकर नीचे गिर पड़ा | फिर क्षण भर बाद धड़ भी गिर गया |
दादी ने ममता की मृत्यु पर आंसू बहाये | दादी को लेकर दादा उस कमरे से बाहर निकल ही रहे थे कि ममता फिर जिंदा हो गई | उसका सिर धड़ से जुड़ गया और इसी के साथ उठकर उसने अपने दादा-दादी पर जानलेवा हमला कर दिया |
दादा-दादी दोनों का खून पीकर उन्हें खत्म कर उसने ठहाके लगाए – “ मैंने सबको मार डाला |”
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